भारतीय सरकार ने तूर (पिजन पी) के शुल्क मुक्त आयात की अवधि को एक और वर्ष के लिए बढ़ा दिया है, जो अब 31 मार्च 2026 तक प्रभावी रहेगा।
यह निर्णय घरेलू आपूर्ति को स्थिर करने और आगामी महीनों में संभावित मूल्य वृद्धि को रोकने के उद्देश्य से लिया गया है।
निर्देशिका जनरल ऑफ फॉरेन ट्रेड (DGFT) ने 20 जनवरी 2025 को एक अधिसूचना जारी कर यह सुनिश्चित किया कि तूर का आयात बिना शुल्क के निर्बाध रूप से होता रहेगा।
यह विस्तार उस समय में हुआ है जब 2024-25 सत्र में तूर का घरेलू उत्पादन 2.5% बढ़ने का अनुमान है, फिर भी यह देश की वार्षिक खपत 44-45 लाख टन से कम रहेगा।
हालांकि, वर्तमान में कर्नाटका, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश जैसे प्रमुख उत्पादक राज्यों से अच्छी आपूर्ति के कारण मूल्य नरम हो गए हैं, लेकिन सरकार को चिंता है कि ऑफ-सीजन में कीमतें बढ़ सकती हैं। आयात विस्तार का उद्देश्य बाजार स्थिरता बनाए रखना और भविष्य में मूल्य उतार-चढ़ाव को रोकना है।