भारत में विभिन्न उद्योग समूह मक्के की ऊंची कीमत को लेकर चिंता जता रहे हैं। ऑल इंडिया स्टार्च मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (AISMA) ने भी सरकार से इस मुद्दे का समाधान करने का आग्रह किया है।
संतोष सारंगी (अतिरिक्त सचिव और महानिदेशक, डीजीएफटी) को लिखे एक पत्र में, एआईएसएमए ने मंत्रालय से मक्के पर आयात शुल्क को तुरंत घटाकर शून्य प्रतिशत करने का आग्रह किया।
एआईएसएमए ने अपने पत्र में कहा, “भारत में स्टार्च उद्योग में लगभग 45 विनिर्माण सुविधाएं शामिल हैं, जो सामूहिक रूप से सालाना लगभग 70 लाख टन की खपत करती हैं। यह क्षेत्र खाद्य, दवा, चारा, कागज और रासायनिक उद्योगों को कच्चे माल की आपूर्ति करने में महत्वपूर्ण है। सालाना, हम 125 से अधिक देशों को लगभग 800,000 टन तैयार उत्पाद निर्यात करते हैं। हमारे उत्पाद लोगों के दैनिक जीवन में अपरिहार्य हैं।”