व्यापारी भाइयों, जैसा कि पूर्व रिपोर्ट में संकेत दिया गया था, सोयाबीन बाजार उसी दिशा में आगे बढ़ता नजर आया। हालिया कारोबारी सत्र में तेजी का रुख बना रहा और महाराष्ट्र के कीर्ति प्लांट पर सोयाबीन का भाव ₹80 की बढ़त के साथ ₹5000 प्रति क्विंटल तक पहुँच गया, जिससे पहले बताए गए स्तर की पुष्टि हुई।
डीओसी (DOC) और सोया तेल दोनों में मजबूती देखने को मिली, जिसने सोयाबीन कीमतों को सहारा दिया। इसी कारण अधिकांश मंडियों और प्लांटों पर भाव ₹50 से ₹100 प्रति क्विंटल तक तेज रहे।
मध्य प्रदेश की उज्जैन मंडी में सोयाबीन ₹100 की तेजी के साथ ₹4625 प्रति क्विंटल पर बंद हुआ, जहाँ आवक लगभग 8,000 से 10,000 बोरी रही। मनासा मंडी में भाव ₹60 बढ़कर ₹4680 प्रति क्विंटल पहुँचे और आवक करीब 3,000 बोरी दर्ज की गई। कोटा मंडी में भाव ₹4200–₹4600 के दायरे में स्थिर रहे, जबकि धार मंडी में ₹75 की तेजी के साथ भाव ₹4450–₹4675 प्रति क्विंटल तक पहुँचे।
महाराष्ट्र लाइन में भी प्लांटों पर ₹75 से ₹100 की मजबूती देखी गई। बार्शी मंडी में भाव ₹50 बढ़कर ₹4600, जालना में ₹50 की तेजी के साथ ₹4500–₹4550 और चिखली मंडी में ₹150 की उछाल के साथ भाव ₹4750 प्रति क्विंटल तक पहुँच गए। लातूर मंडी में भाव ₹3500–₹4700 के दायरे में स्थिर रहे, जबकि दर्यापुर मंडी में भी ₹4000–₹4700 के बीच कोई विशेष बदलाव नहीं देखा गया।
कुल मिलाकर, वर्तमान में अधिकांश मंडियों में सोयाबीन के भाव ₹4500 से ₹4750 प्रति क्विंटल के बीच कारोबार कर रहे हैं।
अब बाजार के अगले रुख की बात करें तो ₹5000 का स्तर छूने के बाद आगे की तेजी सीमित हो सकती है। संभव है कि निकट अवधि में भाव ₹25–₹50 तक और बढ़ें, लेकिन ऊँचे भावों को देखते हुए किसानों की आवक बढ़ने लगी है। ऐसे में मुनाफावसूली का दबाव भी बन सकता है, जिससे बाजार में ठहराव या हल्की गिरावट देखने को मिल सकती है। ₹5000 से ऊपर की स्थायी तेजी के लिए बाजार को पहले इस स्तर पर टिकना जरूरी होगा, उसके बाद ही अगला रुख स्पष्ट हो पाएगा।
व्यापार अपने विवेक और दैनिक बाजार संकेतों को ध्यान में रखकर करें।