चना की कीमतों में लगातार पाँचवें हफ्ते तेज़ी देखने को मिली है। 2 अगस्त तक देशभर की मंडियों में दामों में बढ़ोतरी का मुख्य कारण था—मिलर्स की नियमित खरीद, त्योहारी माँग, और बाजार में सीमित उपलब्धता। हालांकि हफ्ते के अंत तक ऊँचे भावों के कारण खरीदारों में थोड़ी सतर्कता देखी गई और कुछ स्टॉकिस्टों ने मुनाफावसूली की।
प्रमुख भाव (₹/100 किलो) – 2 अगस्त 2025 तक:
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इंदौर (काटेवाला): ₹6450-6500 (+₹50 साप्ताहिक)
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अकोला (बिल्टी): ₹6425-6450 (+₹25 साप्ताहिक)
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दिल्ली (राजस्थान मूल): ₹6300-6325 (+₹25 साप्ताहिक)
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गडग (देसी): ₹5500-6766 (+₹16 साप्ताहिक)
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जयपुर (बिल्टी): ₹6400 (+₹75 साप्ताहिक)
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मुंबई (ऑस्ट्रेलिया): ₹6350 (+₹25 साप्ताहिक)
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मुंबई (तंजानिया): ₹6250 (+₹50 साप्ताहिक)
चना दाल और बेसन में भी मजबूती:
चना दाल की कीमतों में भी स्थिर से लेकर मजबूती का रुख रहा। जयपुर में ₹75/क्विंटल की बढ़ोतरी दर्ज की गई। इंदौर और अकोला में भाव स्थिर रहे।
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इंदौर चना दाल: ₹7700-7850
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अकोला चना दाल: ₹7600-8100
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जयपुर चना दाल: ₹7400 (+₹75)
चना बेसन:
आंतरराष्ट्रीय अपडेट:
ऑस्ट्रेलिया और तंजानिया से आयात होने वाले चने की लागत में हल्का उतार-चढ़ाव रहा।
आगे की स्थिति:
त्योहारी मांग, यलो मटर और ऑस्ट्रेलियाई चना के घटते स्टॉक्स तथा मिल्स के पास सीमित माल की वजह से कीमतों को समर्थन मिलता रहेगा। हालांकि, ऊँचे भाव, किसानों और स्टॉकिस्टों के पास अच्छा स्टॉक, और रूस व कनाडा से यलो मटर के संभावित आयात के चलते ज़्यादा तेजी पर सीमाएं भी हो सकती हैं।