बेंगलुरु: बसवनगुड़ी की सड़कें और गलियां एक बार फिर रोशनी और सजे हुए स्टालों से गुलज़ार होने को तैयार हैं, क्योंकि ऐतिहासिक कडलेकै परीक्षा (मूंगफली मेला) सोमवार से शुरू हो रहा है। इस साल मेला पूरी तरह प्लास्टिक-फ्री रहेगा और आयोजकों को भारी भीड़ की उम्मीद है। आमतौर पर दो दिन चलने वाला यह मेला इस बार पाँच दिनों तक चलेगा और कई सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।
परंपरा के अनुसार, कर्नाटक और पड़ोसी राज्यों से किसान अपनी पहली मूंगफली की पैदावार लेकर डोड्डा बसवाना मंदिर में चढ़ाने पहुंचे हैं। मेले का उद्घाटन मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार और मुजरई मंत्री रामलिंगा रेड्डी की मौजूदगी में किया जाएगा।
स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि मेला उनके लिए मिश्रित प्रभाव लाता है। कई दुकानों—खासकर प्लास्टिक, क्रॉकरी, किचनवेयर, आयरनवेयर और फैंसी आइटम वाली—की बिक्री मेले के दौरान कुछ दिनों के लिए घट जाती है, क्योंकि मेले में भी ऐसे ही सामान बेचने वाले अस्थायी स्टॉल लगते हैं।
वहीं दूसरी ओर, खाने-पीने की दुकानें, जूस सेंटर, बेकरी, स्ट्रीट फूड और रेस्टोरेंट इस दौरान ग्राहकों की भारी वृद्धि देखते हैं। स्थानीय व्यापारियों के अनुसार, “एक तरफ थोड़ा नुकसान होता है, लेकिन दूसरी तरफ फुटफॉल बढ़ने से कुल मिलाकर फायदा ही होता है। कई लोग मेले में घूमने के बाद हमारी दुकानों पर वापस आकर खरीदारी भी करते हैं।”
कुल मिलाकर, बढ़ती भीड़ और रौनक के कारण कडलेकै परीक्षा स्थानीय कारोबारियों के लिए हर साल की तरह इस बार भी ज़्यादातर फायदेमंद ही साबित होने की उम्मीद है।