चना बाज़ार में लगातार दूसरे हफ्ते तेजी दर्ज की गई है। कमजोर आवक और नीचले स्तरों से उठी डिमांड के चलते प्रमुख मंडियों में भाव मज़बूती की ओर बढ़े हैं। देश की कई प्रमुख मंडियों में खरीदारों की सक्रियता और क्वालिटी माल की सीमित उपलब्धता इस तेजी का मुख्य कारण बनी है।
प्रमुख बाज़ारों में चना भाव:
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अकोला बिल्टी: ₹6100/क्विंटल
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दिल्ली (राजस्थान लाइन): ₹5925~5950/क्विंटल
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कटनी डिलीवरी: ₹5800~5850/क्विंटल
एक हफ्ते में चना के भावों में लगभग ₹100 प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी देखी गई है, और लेवाल यानी खरीदार ऊंचे भाव पर भी माल लेने को तैयार हैं। यह स्थिति बाजार में मजबूती की ओर इशारा कर रही है।
डिमांड-सप्लाई में बड़ा अंतर
असल में मंडियों में अच्छे क्वालिटी के चना की आवक बेहद सीमित है। इस कारण कई खरीदार ऊँचे दामों पर भी डिमांड अनुसार खरीदारी कर रहे हैं।
हालांकि बेसन और चना दाल की प्रोसेसिंग साइड पर डिमांड अभी सीमित बनी हुई है, लेकिन रिटेल काउंटर्स से ग्राहकी में सुधार देखने को मिल रहा है।
विदेशी चना भी चर्चा में
ऑस्ट्रेलिया चना के सौदे इस प्रकार रिपोर्ट किए गए हैं:
इससे साफ है कि घरेलू और विदेशी दोनों ही स्तरों पर चने की मांग मजबूत है और व्यापारी ऊँचे रेट पर डील कर रहे हैं।
भारतीय पोर्ट्स पर चना स्टॉक स्थिति (30 जून 2025 तक):
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मुंद्रा पोर्ट: 1,83,896 टन
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कांडला पोर्ट: 2,37,536 टन
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हजीरा पोर्ट: 10,163 टन
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कोलकाता पोर्ट: 18,000 टन
➡️ कुल स्टॉक: 4,49,595 मीट्रिक टन
स्टॉक्स की यह स्थिति फिलहाल पर्याप्त लग सकती है, लेकिन मंडियों में क्वालिटी सप्लाई की कमी और त्योहारी सीजन की संभावित मांग को देखते हुए यह स्टॉक तेजी से खपत में आ सकता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि रक्षाबंधन, जन्माष्टमी और गणेश चतुर्थी जैसे त्योहारों की डिमांड को देखते हुए आने वाले दिनों मेंचना के भाव में ₹100 से ₹150 प्रति क्विंटल तक की और बढ़ोतरी संभव है। बाजार की मौजूदा स्थिति खरीदारों और व्यापारियों दोनों के लिए संकेत है कि अगला दौर भी मजबूती भरा रह सकता है।।