सरकार द्वारा ओपन मार्केट सेल स्कीम (OMSS) के तहत गेहूं की बिक्री फिलहाल रोके जाने के बाद खुले बाजार में भावों को लेकर हल्की मजबूती का माहौल बनता दिख रहा है। ट्रेड से जुड़े आकलनों के अनुसार, अगले कुछ दिनों में गेहूं के दामों में ऊपर की ओर हल्का दबाव रह सकता है और लगभग 50 से 100 रुपये प्रति क्विंटल तक का सुधार व्यावहारिक माना जा रहा है। बाजार सहभागियों का मानना है कि यदि OMSS के जरिए सरकारी आपूर्ति अस्थायी रूप से बाहर रहती है, तो इसका सीधा असर खुले बाजार की उपलब्धता पर पड़ेगा।
हालांकि राष्ट्रीय स्तर पर सरकारी गेहूं भंडार अभी भी निर्धारित बफर स्टॉक से ऊपर बने हुए हैं, जिससे बहुत तेज़ या अनियंत्रित तेजी की संभावना फिलहाल सीमित मानी जा रही है। यदि सरकार आने वाले कुछ हफ्तों तक OMSS बिक्री पर रोक बनाए रखती है और निजी स्टॉकिस्टों की ओर से कोई बड़ा बिकवाली दबाव नहीं आता, तो बाजार में 50–100 रुपये प्रति क्विंटल तक और सुधार की गुंजाइश बनी रह सकती है। इसके बावजूद, मजबूत सरकारी स्टॉक, पिछले सीजन की अच्छी खरीद और महंगाई को नियंत्रण में रखने की नीति को देखते हुए, जैसे ही भावों में अत्यधिक तेजी के संकेत मिलेंगे, सरकार OMSS या अन्य हस्तक्षेपों के जरिए बाजार को संतुलित करने की कोशिश कर सकती है।