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उड़द उत्पादन में म्यांमार ने बनाया रिकॉर्ड, भारत में नई फसल की आवक से कीमतों पर दबाव

भारत में उड़द की नई रबी और ग्रीष्मकालीन फसल की आवक तेज हो रही है, जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में म्यांमार में रिकॉर्ड उत्पादन ने कीमतों पर दबाव बढ़ा दिया है। व्यापारिक सूत्रों के अनुसार, म्यांमार का उड़द उत्पादन इस वर्ष 1 लाख टन बढ़कर 6.5 लाख टन तक पहुंच गया है, जिससे वहां की उड़द एसक्यू कीमतें $1200 से घटकर $870 प्रति टन हो गई हैं। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि......

Business 05 May
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भारत में उड़द की नई रबी और ग्रीष्मकालीन फसल की आवक तेज हो रही है, जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में म्यांमार में रिकॉर्ड उत्पादन ने कीमतों पर दबाव बढ़ा दिया है। व्यापारिक सूत्रों के अनुसार, म्यांमार का उड़द उत्पादन इस वर्ष 1 लाख टन बढ़कर 6.5 लाख टन तक पहुंच गया है, जिससे वहां की उड़द एसक्यू कीमतें $1200 से घटकर $870 प्रति टन हो गई हैं। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि अनुकूल मौसम और बुवाई में वृद्धि के चलते म्यांमार का उत्पादन अनुमान से भी अधिक हो सकता है।

भारत में भी उत्पादन में सुधार
भारत में ग्रीष्मकालीन उड़द की बुवाई बढ़ रही है। गुजरात में बुवाई 9000 हेक्टेयर बढ़कर 30,196 हेक्टेयर हो गई है, जबकि तेलंगाना में यह आंकड़ा 56,273 एकड़ तक पहुंच चुका है। मध्य प्रदेश में ग्रीष्मकालीन उड़द की बुवाई 64,678 हेक्टेयर पर की गई है।

हालांकि, 2024-25 के दौरान भारत में उड़द का कुल उत्पादन 16.04 लाख टन से घटकर 12.82 लाख टन रहने का अनुमान है, लेकिन रबी सीजन में उत्पादन 4.87 लाख टन से बढ़कर 5.17 लाख टन हो सकता है। आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में रबी बुवाई में इज़ाफा देखा गया, हालांकि तमिलनाडु के कुछ जिलों में बारिश के कारण फसल को नुकसान भी हुआ है।

नई फसल की आवक और मंडियों में भाव
महाराष्ट्र के लातूर, बार्शी, सांगली और मध्य प्रदेश के जबलपुर क्षेत्र में नई फसल की कटाई शुरू हो गई है। सांगली में साप्ताहिक आवक 7-8 हजार बोरी, बार्शी में 1500–1800 कट्टे रही, और व्यापार ₹6700–₹6800 प्रति क्विंटल के भाव पर हुआ। तमिलनाडु के मदुरई, डिंडीगुल, सेलम से ग्रेविटी मिशन माल 7800 रुपये, जबकि तमिलनाडु डिलीवरी पर 7400–7500 रुपये के भाव पर व्यापार देखा गया।

गुजरात के वेरावल, पोरबंदर, पाटन में नई उड़द की आवक शुरू हो चुकी है, और अगले 10–12 दिनों में भारी आवक की संभावना जताई जा रही है। फिलहाल समर्थन मूल्य ₹7400 के मुकाबले व्यापार ₹7000 प्रति क्विंटल के स्तर पर हो रहा है।

आयात और अंतरराष्ट्रीय कीमतों पर असर
भारत का उड़द आयात इस वर्ष 32% बढ़कर 8.23 लाख टन हो सकता है, जो पिछले वर्ष 6.24 लाख टन था। ब्राजील और म्यांमार से उड़द की लगातार आपूर्ति जारी है। म्यांमार की एफएक्यू उड़द की कीमतें $10 घटकर $795 प्रति टन और एसक्यू उड़द की कीमतें $375 प्रति टन डिलीवरी पर प्रस्तावित हैं।

मंडियों में वर्तमान भाव
मुंबई में एफएक्यू उड़द ₹6950, चेन्नई में एसक्यू ₹7325 और एपरक्यू ₹6825 प्रति क्विंटल पर रहा। कोलकाता में ₹6950, दिल्ली में एसक्यू ₹7775 और एफएक्यू ₹7275 पर व्यापार हुआ। आंध्र और तेलंगाना की लोकल मंडियों में भाव ₹7100, जबकि तमिलनाडु डिलीवरी ₹7350 के करीब रहे।

निष्कर्ष
नई फसल की लगातार आवक और अंतरराष्ट्रीय आपूर्ति में वृद्धि के चलते उड़द की कीमतों में आने वाले दिनों में ₹200–₹300 प्रति क्विंटल तक गिरावट की संभावना जताई जा रही है। स्टॉकिस्टों की खरीद में सुस्ती और खरीफ सीजन के शुरू होने की तैयारी के बीच, बाजार पर दबाव बना रह सकता है।

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