पिछले एक महीने में बासमती बाजार में जबरदस्त तेजी देखी गई है, जिससे किसानों और व्यापारियों के लिए यह एक निर्णायक समय बन गया है। 1718 लेवल के चावल की कीमत ₹5400 से बढ़कर ₹6400 प्रति क्विंटल तक पहुंच गई है। इसी तरह 1121, 1509, 1401 और 1885 जैसी अन्य वैरायटीज में भी मजबूती देखने को मिली है। खासकर 1509 लेवल की कीमत ₹50000 प्रति टन तक पहुंच चुकी है और वर्तमान में यह ₹60000 प्रति टन तक के ऑर्डर पर पहुंच रही है।
पंजाब लाइन पर 600-700 की तेजी पहले ही देखी जा चुकी है, वहीं PBI लेवल पर 2500-2600 से बढ़कर 3300-3400 प्रति क्विंटल का स्तर देखा गया। व्यापारियों के अनुसार, यदि कोई अतिरिक्त तेजी आई तो वह सीमित रह सकती है क्योंकि वर्तमान मांग के मुकाबले आपूर्ति अधिक हो गई है।
खास बात यह भी है कि मंडियों में पुराना स्टॉक अब सीमित मात्रा में रह गया है और अधिकांश व्यापारियों ने पहले ही ऊंचे दाम पर बिक्री कर ली है। पिछले साल बासमती चावल की जो लाल पॉलिश क्वालिटी ₹1847 की थी, वह इस बार ₹2400 प्रति क्विंटल तक पहुंच चुकी है।
व्यापारिक स्रोतों से मिले इनपुट के अनुसार, यदि 2025 की बासमती फसल में सामान्य पैदावार होती है और निर्यात मांग बनी रहती है, तो कीमतें वर्तमान स्तर पर स्थिर रह सकती हैं। लेकिन अगर मांग और निर्यात में कोई रुकावट आती है, तो बाजार में 300-400 रुपये की गिरावट देखी जा सकती है।
विशेषज्ञों की मानें तो बासमती की मौजूदा तेजी शॉर्ट टर्म हो सकती है और किसानों व व्यापारियों को सतर्कता के साथ निर्णय लेना चाहिए। वर्तमान बाजार संकेत इस ओर इशारा करते हैं कि यह बासमती की बिक्री के लिए एक उपयुक्त समय हो सकता है।