नीति आयोग के सदस्य रमेश चंद के अनुसार, भारत की कृषि विकास दर वित्त वर्ष 2025-26 में लगभग 4 प्रतिशत रहने की संभावना है, जो पिछले वर्ष के 4.6 प्रतिशत से कम है। उन्होंने कहा कि पहली छमाही में कृषि क्षेत्र की वृद्धि 3.5 से 3.7 प्रतिशत के बीच रही है, जबकि दूसरी छमाही सामान्य रहने की उम्मीद है।
रमेश चंद ने बताया कि देश को विकसित अर्थव्यवस्था बनाने के लिए कृषि क्षेत्र में कम से कम 5 प्रतिशत की वृद्धि आवश्यक है। घरेलू खाद्य मांग सीमित रहने के कारण भविष्य में कृषि निर्यात और वैकल्पिक उपयोग जैसे बायोफ्यूल पर अधिक ध्यान देना होगा। सिंचाई विस्तार, फसल उत्पादकता बढ़ाना और राज्यों के बीच पैदावार के अंतर को कम करना कृषि विकास के प्रमुख उपाय बताए गए