देशभर की मंडियों में इस समय गेहूं की आवक अच्छी बनी हुई है, जिसका प्रमुख कारण चौतरफा बंपर उत्पादन है। मंडियों से लेकर खपत केन्द्रों तक गेहूं की उपलब्धता बढ़ी है, लेकिन श्रावणी सीजन में आटा, मैदा और सूजी की मांग लगातार बनी रहने से भावों में मजबूती देखी जा रही है।
दिल्ली के लारेन्स रोड पर मिल क्वालिटी गेहूं ₹2775 से ₹2780 प्रति क्विंटल पर बिक रहा है, जबकि मंडियों में भाव 50–60 रुपये प्रति क्विंटल तक बढ़े हैं। करेली में गेहूं के दाम ₹2501 से ₹2646 के बीच रहे। गोरखपुर में ₹2540, जबलपुर में ₹2450 से ₹2570, और कोटा में मिल क्वालिटी गेहूं ₹2500 से ₹2560 तथा बढ़िया टुकड़ी ₹2590 से ₹2650 के भाव पर दर्ज की गई।
जलगांव में 3.5% छूट के साथ गेहूं ₹2800 में, जबकि दुर्ग में ₹2720 प्लस ₹20 का भाव रहा। हाजीपुर में नया गेहूं ₹2740 (नेट) में रहा। छिंदवाड़ा में नए गेहूं के भाव ₹2600 से ₹2800 तक रहे, वहीं कोलकाता में गेहूं ₹2810 प्लस ₹40 के नेट रेट पर पहुंच गया।
उत्तर प्रदेश की मंडियों की बात करें तो शाहजहांपुर में गेहूं लूज ₹2530 से ₹2545 के बीच बिका, जहां आवक 2400 से 2600 कट्टे रही। हरदोई में ₹2525 से ₹2535 के बीच गेहूं बिका और आवक 11,000 से 12,000 क्विंटल तक पहुंची। इटावा में भाव ₹2470 से ₹2475 और आवक मात्र 300 बोरी रही। राजस्थान के बूंदी में ITC क्वालिटी गेहूं ₹2550 से ₹2560, मिल क्वालिटी ₹2530 से ₹2550, एवरेज टुकड़ी ₹2560 से ₹2580 रही और कुल आवक लगभग 1000 कट्टे रही।
बाजार जानकारों के अनुसार, सरकार के पास केंद्रीय पूल में अधिक स्टॉक होने के कारण भविष्य में सरकारी बिक्री की संभावना है। फिलहाल छोटे स्टॉकिस्ट भी बिकवाली के मूड में आ गए हैं। एमपी और राजस्थान से भी कुछ स्टॉक बाजार में आने लगे हैं। गुलावठी लाइन का माल बुलंदशहर की ओर से पड़ते में आने से दबाव बन सकता है। ऐसे में मौजूदा तेजी का लाभ लेते हुए ₹50–60 प्रति क्विंटल ऊपर भाव आने पर एक बार बिकवाली करना उचित रहेगा।