e-mail: info@amotrade.in

Ph: 9244946632

Install App for Latest Agri Updates

->

राजस्थान में चना क्षेत्रफल 2025-26 में 16% बढ़ने का अनुमान: कृषि मंत्री मीणा

– राजस्थान में आगामी रबी बुवाई सीजन (जुलाई-जून 2025-26) में चना क्षेत्रफल 16% बढ़ने की संभावना है। यह वृद्धि इस बार अच्छी बरसात के कारण मानी जा रही है। राजस्थान के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने इन्फॉर्मिस्ट को बताया कि पश्चिमी राजस्थान के वे इलाके, जहां....

Business 10:20 AM  Informist Media
marketdetails-img

नई दिल्ली – राजस्थान में आगामी रबी बुवाई सीजन (जुलाई-जून 2025-26) में चना क्षेत्रफल 16% बढ़ने की संभावना है। यह वृद्धि इस बार अच्छी बरसात के कारण मानी जा रही है। राजस्थान के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने इन्फॉर्मिस्ट को बताया कि पश्चिमी राजस्थान के वे इलाके, जहां सर्दियों में चना बोया जाता है, इस बार बुवाई क्षेत्र में विस्तार करेंगे। पिछले वर्ष राज्य में लगभग 20 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में चना बोया गया था।

कृषि मंत्री मीणा ने कहा, “हमने ड्रोन सर्वे कर लिया है और यह साफ दिखाई दे रहा है कि इस बार बुवाई क्षेत्र 16% बढ़ेगा। साथ ही, बेहतर मानसून से उत्पादन भी अधिक हो सकता है क्योंकि पैदावार अच्छी रहने की उम्मीद है।”

18 सितम्बर तक राजस्थान में 66% ज्यादा वर्षा दर्ज की गई है, जबकि पश्चिमी राजस्थान में सामान्य से 72% अधिक बारिश हुई है। हनुमानगढ़-श्रीगंगानगर-बाड़मेर-बिकानेर बेल्ट, जहां चना प्रमुख रूप से बोया जाता है, वहां इस बार 50% से 138% तक अधिक वर्षा दर्ज की गई है।

राजस्थान सामान्यतः शुष्क और वर्षा आधारित राज्य है। अगस्त-सितंबर में हुई अतिरिक्त वर्षा ने मिट्टी में पर्याप्त नमी संचित कर दी है, जो अक्टूबर में शुरू होने वाली चना बुवाई और अंकुरण के लिए बेहद अहम है। मंत्री मीणा ने कहा, “इस बार हमें बंपर फसल की पूरी उम्मीद है।”

पल्स उत्पादन में राजस्थान का योगदान पूरे देश में करीब 19% है, जिससे यह मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के साथ शीर्ष दलहन उत्पादक राज्यों में शामिल है। चना देश का सबसे अधिक खपत होने वाला दलहन है, जो कुल रबी उत्पादन का 70% और देश की कुल दलहन खपत का लगभग 33% हिस्सा है।

कृषि मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि उत्पादन में वृद्धि केवल राजस्थान ही नहीं बल्कि पूरे देश में दिखेगी। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने राज्यों को इस बार चना और तूर की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।

हालांकि, सरकार का 2024-25 में 45 लाख टन दलहन खरीदने का लक्ष्य काफी पीछे रह गया था। कुल खरीद 15 लाख टन से भी कम रही। इसमें चना की खरीद मात्र 3.20 लाख टन हुई, जबकि 28 लाख टन का लक्ष्य तय किया गया था। इसी तरह तूर की खरीद भी 13 लाख टन के लक्ष्य के मुकाबले 6 लाख टन से कम रही।

Related News

Market Rates

Chana

View ->


Ground Nut

View ->


Wheat

View ->


Soybean

View ->



Moong

View ->