बीते हफ्ते काबुली चना बाजार में मजबूती का रुख बना रहा। विशेष रूप से हल्के से लेकर अच्छे क्वालिटी के मालों में ₹200 तक की तेजी देखने को मिली है। बाजार में इन किस्मों का व्यापार ₹9300 से लेकर ₹10700/क्विंटल तक दर्ज किया गया। इसके साथ ही कंटेनर भाव भी मजबूत हुए और बीते सप्ताह ₹200 से ₹300 की तेजी के साथ ₹11200/क्विंटल तक बोले गए।
मध्य प्रदेश की मंडियों में आवक में तेज गिरावट आई है। पूरे प्रदेश की कुल आवक सप्ताहांत में केवल 8000 बोरी तक सिमट गई, जबकि प्रमुख मंडी इंदौर में ही प्रतिदिन लगभग 2000 बोरी की आवक हो रही है। इस आवक में भी रशियन और छोटे काउंट वाले माल की हिस्सेदारी अधिक है, जिनकी मात्रा लगभग 400–500 बोरी बताई जा रही है।
मंडी में करीब 20 से 25 खरीदार सक्रिय हैं, लेकिन अच्छी क्वालिटी और वॉल्यूम की सीमित उपलब्धता के कारण हर खरीदार को माल नहीं मिल पा रहा। इसका सीधा असर यह हो रहा है कि कंटेनर माल तैयार करने में समय लग रहा है और थोक व्यापार सुस्त पड़ रहा है।
दूसरी ओर, लोकल ट्रेड और निर्यात सेक्टर दोनों से ग्राहकी का सपोर्ट धीरे-धीरे बेहतर होता नजर आ रहा है। विशेषकर कोल्ड स्टोरेज में रखे गए बेहतरीन डंक वाले मालों की मांग बनी हुई है। कोल्ड के अच्छे मालों के रेट ₹11400~₹11500/क्विंटल तक बोले जा रहे हैं, जबकि छोटे काउंट वाले माल ₹8800~₹8900/क्विंटल तक कारोबार कर रहे हैं।
डंक वाले मालों की बात करें तो 1.50 कंडीशन मालों में 58/60 काउंट वाले माल ₹8600/क्विंटल पर कारोबार कर रहे हैं, जबकि 44/46 काउंट की ऊंची क्वालिटी ₹11100~₹11200/क्विंटल तक बिक रही है।
निर्यात बाजार की स्थिति फिलहाल संतुलित है। विदेशी खरीदार ₹10900 या इससे नीचे की दर पर सौदे करना चाहते हैं, जबकि ऑफर ₹11100 के आस-पास बने हुए हैं। मांग तो है, लेकिन रेट पर सहमति नहीं बन पाने के कारण डील्स अटक रही हैं। जानकार मानते हैं कि यदि आने वाले हफ्तों में निर्यात में विशेष मांग निकलती है, तो काबुली बाजार में ₹500~₹700 तक का उछाल एक झटके में देखने को मिल सकता है।
महाराष्ट्र की मंडियों में भी स्थिति कमोबेश मध्यप्रदेश जैसी है। लोकल आवक लगभग समाप्त हो चुकी है, और वहां कोल्ड स्टोरेज के मालों में व्यापार की स्थिति मजबूत हो गई है। यह साफ संकेत है कि अब बाजार केवल मौजूदा स्टॉक पर ही निर्भर है, नई आवक फिलहाल कहीं से भी बड़ी मात्रा में नहीं दिख रही।
व्यापारियों की राय है कि जैसे-जैसे त्योहारी डिमांड पास आएगी और बिकवाली कमजोर बनी रहेगी, बाजार में तेजी और मजबूत हो सकती है। कुछ व्यापारी यह भी कह रहे हैं कि अगर यही रुख बना रहा, तो 15 अगस्त तक काबुली चना का बाजार ₹12500/क्विंटल के स्तर को भी छू सकता है।
कुल मिलाकर, मौजूदा हालात तेजी के पक्ष में हैं — न तो मंडियों में भारी आवक है, न ही बिकवाली का दबाव। वहीं मांग धीरे-धीरे बेहतर हो रही है, और यदि निर्यात में गति आई तो बाजार में नया उछाल तय माना जा रहा है।
👉 आने वाले दिनों में काबुली में ₹500~₹1000 तक की और मजबूती के पूरे संकेत मिल रहे हैं। गिरावट की कोई आशंका नहीं दिख रही।