ग्लोबल व्हीट माल्ट बाजार 2025 में USD 1.4 बिलियन से बढ़कर 2035 तक USD 2.1 बिलियन होने की ओर है, जिसमें 3.9% की स्थिर CAGR शामिल है। माल्ट-आधारित बेकरी उत्पादों, क्राफ्ट ब्रूइंग और प्राकृतिक अवयवों की बढ़ती मांग इसका प्रमुख कारण है।
2025 में व्हाइट माल्ट की हिस्सेदारी 65% और पाउडर फॉर्म की हिस्सेदारी 70% रही, क्योंकि यह लंबे समय तक सुरक्षित रहता है और इंडस्ट्रियल उपयोग में आसान है।
भारत, चीन और जापान इस बाजार में सबसे तेज़ बढ़ने वाले देश हैं—
• भारत: 6.9% CAGR – फोर्टिफाइड फूड, माल्ट पेय और हेल्थ-फोकस्ड ट्रेंड्स से मांग बढ़ रही है।
• चीन: 6.5% CAGR – उन्नत माल्टिंग टेक्नोलॉजी और क्राफ्ट बीयर कल्चर से विकास।
• जापान: 6.4% CAGR – हाई-टेक प्रोसेसिंग और प्रीमियम पेय उद्योग में तेजी।
अमेरिका और यूरोप में भी आर्टिज़नल बेकरी और स्पेशलिटी पेय की मांग बाजार को स्थिर सहारा दे रही है।
कुल मिलाकर, 2035 तक व्हीट माल्ट बाजार 1.5× बढ़ने की संभावनाओं के साथ वैश्विक खाद्य, पेय और ब्रूइंग उद्योग का अहम हिस्सा बना रहेगा।